12- दॉतो के रोग
1-दॉत र्दद (क्रियेजोटम क्यू) –कैसा भी दॉत दर्द क्यो न हो क्रियेजोटम क्यू को रूई
में भिगोकर दॉत र्दद वाले स्थान पर लगा दे एंव लार को गिरने दे इससे तुरन्त दॉत
का र्दद ठीक हो जायेगा ।
2-दॉत निकलते ही सडने लगते (क्रियोजोटम) :- कियोजोटम में दॉत निकलते ही
सडने लगते है ।
3- दॉत र्दद (प्लैन्टिगो 30):- दॉत के र्दद में प्लैन्टिगो
क्यू को दॉत में जिधर दर्द हो उस स्थान पर लगाये व इसकी 30वी शक्ति खिलाये इससे
दर्द में फायदा होगा ।
3-पायरिया हेक्ला लावा , आर्निका माण्ट ,फेरम फास ,कैल्केरिया फॉस
,मेलिफोलियम क्यू ,नेट्रम म्यूर ,नेट्रम फास,काली म्यूर ,क्रियेजोटम
4-यूकैलिप्टस ग्लोव्युल्ग्स के तेल का इस्तमाल करना
उपयोगी है ।
(हो0ग0
अप्रेल जून 2011 पृक्र044)
5-दॉतो पर मैल जमना एसिड म्यूर – दॉतो पर मैल बैठने पर एसिड म्यूर
(हो0ग0 अप्रेल जून 2011 पृक्र044)
6-
6- दॉतों के रोगो पर काम आने वाली दबाये कैल्केरिया फॉस , कैल्केरिया
कार्ब ,कैल्केरिया फॉस,कैल्केरिया कार्ब , कैल्कैरिया फलोर ,कैमोमिला
,क्रियेजोटम ,टेरिबिन्थयाना ,प्लैन्टीगो
7-दॉत काले पड जाने तथा टूटने पर मैजोरियम ,थूजा :-दॉतों के रोग में इस औषधिय का विशष
प्रभाव है दॉत काले पड जाते है उन पर काली रेखायें दिखती है कितना भी साफ क्यो न
करो साफ नही होते ,दॉत टुकडे टुकडे होकर टूटने लगते है । दॉतों की जड खुरने लगे तो
मैजोरियम तथा थूजा से लाभ होता है मैजोरियम में दॉतों का क्षय एकदम शुरू होता है
दॉतो का इनैमल पहले खुरदरा हो जाता है फिर उतर जाता है ।थूजा में भी दॉत जड से
सडते है दॉत का बाकी भाग ठीक दिखलाई देता है ।
8-मसूढे औ गाल की हडडी मे र्दद होने पर कैल्केरिया कास्ट
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